दो साल से सरकारी स्कूल के 70 लाख स्टूडेंट्स को नहीं मिल रही यूनिफाॅर्म, अब भी 2 महीने और लगेंगे
प्रदेश के सरकारी स्कूलाें के पहली से 8वीं कक्षा तक के करीब 70 लाख स्टूडेंट्स काे निशुल्क स्कूल यूनिफाॅर्म नहीं मिली है। निशुल्क यूनिफॉर्म योजना दो सत्र से अधरझूल में है। विद्यार्थियाें को निशुल्क यूनिफाॅर्म देने की राज्य सरकार ने वर्ष 2021 में घोषणा की थी। सरकारी स्कूलों तक अब तक न तो कपड़ा पहुंचा और न सिलाई का बजट दिया है,
जबकि निदेशालय ने हर स्कूल का बैंक खाता, स्टूडेंट्स की संख्या सहित अन्य जानकारी पहले ही जुटा ली थी। एक जुलाई से नया सत्र शुरू हाेने के बाद विद्यार्थी बिना यूनिफॉर्म आ रहे हैं। पैरेंट्स असमंजस में है कि वे बाजार से नई यूनिफाॅर्म खरीदें या नहीं।
माना जा रहा है कि अभी यूनिफाॅर्म मिलने में दाे से ढाई महीने का समय लगेगा। सरकार ने यूनिफॉर्म का रंग जरूर बदल दिया है। 600 रुपए में दो यूनिफॉर्म देनी है, 425 रुपए कपड़े और 175 रुपए सिलाई के हैं। कपड़े की आपूर्ति को लेकर टेंडर प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई। स्कूलों में कपड़ा आएगा और सिलाई की राशि स्कूल प्रबंधन समिति के एसएमसी के खातों में जमा की जाएगी। यूनिफॉर्म नहीं मिलने के कारण विद्यार्थी परेशान हैं।
ये रहेगा छात्र-छात्राओं की यूनिफॉर्म का कलर
छात्रों को हल्की नीले शर्ट व गहरी भूरी/धूसर नेकर/पेंट। छात्राओं को हल्की नीली शर्ट/कुर्ता, गहरी भूरी/धूसर सलवार/स्कर्ट। 5वीं तक छात्राओं को चुन्नी नहीं। 6 से 8 तक की छात्राओं की गहरा भूरा/धूसर दुपट्टा (चुन्नी)। 5वीं तक के छात्रों को शर्ट व नेकर, कक्षा 6 से 8 तक शर्ट व पेंट।
600 रुपए में दो ड्रेस देने से राशि कम होने पर विभिन्न फर्म इसके लिए राजी नहीं हाे रही है। राज्य सरकार ने 300 करोड़ की निविदाएं जारी कर इतिश्री कर ली। हिंदी एवं अंग्रेजी मीडियम में रंगों की भिन्नता से कपड़ा सप्लाई करने वाले उद्यमी भी असमंजस में हैं।
600 रुपए में दो यूनिफॉर्म देने पर फर्म राजी नहीं हो रही : प्रदेश के 64479 सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के 70,77, 465 स्टूडेंट्स काे यूनिफाॅर्म मिलनी है। 34, 81,646 छात्र, व 35, 95,819 छात्राओं को सिली हुई यूनिफॉर्म निशुल्क देने का निर्णय किया था।
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